लेफ्टिनेंट जनरल मिलिन्द एन भुर्के राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र, 24 इंफेंट्री डिविजन सिग्नल रेजिमेंट में जनरल ऑफिसर 12 जून, 1982 को कमीशन किया गया था, जो कि एक नव उपलब्धि है। .
आपको सशस्त्र सेना की सभी महत्वपूर्ण कार्य प्रणालियों में उत्कृष्टता प्राप्त है। डिग्री इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में आपने सभी 3 ट्रॉफियों को प्राप्त किया तथा आईआईटी खड़गपुर से श्रेष्ठता के साथ कम्प्यूटर विज्ञान में एम.टैक की उपाधि हाशिल की । आपको आर्मी वॉर कॉलेज में आयोजित जूनियर कमांड और सीनीयर कमांड, दोनों में, इंस्ट्रक्टर ग्रेडिंग प्रदान की गई । आपने डिफेंस सर्विसेस स्टाफ कॉलेज, हायर एयर कमांड एवं नेशनल डिफेंस कोर्स जैसे सभी प्रतिष्ठित प्रवाहों को सफलतापूर्वक पूर्ण किया है ।
व्यावसायिक फ्रंट पर, जनरल ऑफिसर द्वारा स्ट्राइक कोर के ग्रेड I स्टाफ अधिकारी, पिवट कोर के कर्नल क्यू (वर्क्स), सैन्य सचिवालय शाखा में उप सैन्य सचिव और उप महानिदेशक (सूचना संचार प्रौद्योगिकी) की महत्वपूर्ण नियुक्तियां की हैं । आप वॉरडैक में ग्रेड-2 के स्टाफ अधिकारी थे तथा आपको डीआरडीओ के तात्कालिक अध्यक्ष डा. एपीजे अब्दुल कलाम के साथ मिलकर कार्य करने का विशिष्ट अवसर प्राप्त हुआ । आपरेशन पराक्रम के दौरान आपने एक इंफेंट्री सिग्नल रेजिमेंट की कमान संभाली है तथा आप एक स्ट्राइक कोर के चीफ सिग्नल ऑफिसर, एक कमांड के चीफ सिग्नल ऑफिसर तथा सिग्नल महानिदेशालय में अपर महानिदेशक - समर व्यूह संचार रहे हैं । अपनी सेवा विशिष्ट 38 वर्षों के कार्यकाल के दौरान आपको अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड एवं आर्मी कमांडर कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया है ।
जनरल ऑफिसर 1 जनवरी, 2021 को सिग्नल ऑफिसर-इन-चीफ का पदभार ग्रहण करने से पूर्व 1 जनवरी, 2018 से दिसम्बर, 2020 की अवधि के दौरान मिलिट्री कॉलेज ऑफ कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, म्होव में कमांडेंट थे। आपका चयन 64 कर्नल कमांडेंट ऑफ कोर ऑफ सिग्नल्स के लिए 1 अगस्त, 2018 से किया गया था।